2-155 रामेश्वर पाटौदा नासिक महाराष्ट्र
पंचवटी प्रवास के दौरान श्रीराम आस-पास के क्षेत्रों में भ्रमण करते रहे थे। तभी उन्होंने पाटौदा गाँव में रामेश्वर लिंग की स्थापना की थी। यहाँ स्थापित शिव लिंग में आज भी सर्वदा पानी रहता हैं। स्थानीय लोग इसे दवा (औषधि) के रूप में प्रयोग करते है। सम्भवतः यह अगस्त्य जी के भाई का आश्रम था।
वा.रा. 3/16/2, 3 मानस 3/13/1 से 3/16/1 तक।
रामेश्वर पाटौदा से अगस्तेश्वर मंदिरः- तलेगांव-लैसलगांव -पाटौदा -येवला रोड-विंचुर-विष्णुनगर -नैताले – निफाड़ – चन्दोरी – डिन्डोरी रोड – पिम्पलनारे। 84 कि.मी.
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