Thursday, December 12, 2024

A brief history of Ayodhyaji

बाबा राम लखन शरण एवं अन्य विद्वत जनों के लेख पर आधारित विवरण सात मोक्षदायिनी नगरियों में प्रथम नगरी अयोध्याजी सत्युग में महाराज मनु ने बसाई थी। सरयू नदी के किनारे बसी यह नगरी 12 योजन (144 कि. मी.) लम्बी तथा 3 योजन (36 कि. मी.) चैड़ी थी। चक्रवर्ती सम्राट दशरथ जी ने इसे विशेष […]

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Tradition of Ramlia

Curtsy : Wiki pedia Ramlila (Rāmlīlā) (literally ‘Rama’s lila or play‘) is any dramatic folk re-enactment of the life of Rama according to the ancient Hindu epic Ramayana or secondary literature based on it such as the Ramcharitmanas.[1] It particularly refers to the thousands[2]of Hindu god Rama-related dramatic plays and dance events, that are staged during the annual autumn festival of Navratri in India.[3] After […]

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वाल्मीकि रामायण एवं श्री राम विषयक अन्य साहित्य प्रकाशन सूचना

आदि कवि वाल्मीकि भारतीय संस्कृति के निर्माताओं में शिखर स्थान पर विराजमान हैं । मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की गाथा सबसे पहले आपने छन्दों में रच कर रामजी के ही दो पुत्रों लव और कुश को कंठस्थ कराया । सात कांडों में 24 हजार श्लोंको निबद्ध रामकथा अपने पहले वाचन में ही अपार लोकप्रिय हुई […]

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भगवान राम की कर्मस्थली, दक्षिण की अयोघ्या : भद्राचलम

अजय राम मऊ संवाददाता वाट्सएप संदेश पर आधारित लेख भारत की संस्कृति राममय है। हर सच्चे भारतीय के दिल में बसते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और उनके जीवन आदर्श। हमारे देश में ऐसे अनेक प्राचीन स्थल हैं जो श्रीराम के जीवन से निकटता से जुड़े हैं। यंी तो श्रीराम की जन्मभूमि के रूप में उत्तर […]

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रामजन्म के हेतु अनेका, परम विचित्र एक ते एका

जय सिया राम .. जय जय सियाराम …. हम में से अधिकांश लोग रामायण का अध्ययन कर मोक्ष का मार्ग ढूँढते हैं। श्रीराम की लीला का हेतु केवल लीला मानकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। कभी यह विचार नहीं करते कि उन्होंने मानव का रूप धारण कर हमें शिक्षा देने के लिए ही […]

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