Thursday, December 12, 2024

2-144 रामेश्वर माहुर नांदेड़ महाराष्ट्र

रामेश्वर माहुर अत्रि आश्रम जमदग्नि आश्रम तथा दत्तात्रेय आश्रमों में भ्रमण के पश्चात् श्रीराम ने एक दिन यहां विश्राम किया तथा यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा की थी। उनकी स्मृति में आज भी यहां शिव मंदिर स्थापित है। संदर्भ पृष्ठ 63 स्थल संख्या 63 की पाद टिप्पणी देखंे। रामेश्वर से मुर्डेश्वर मंदिर पंचाप्सरः- माहुर-पिम्पलगांव- […]

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2-145 मुर्डेश्वर मंदिर रिठद वासिम महाराष्ट्र

श्रीराम एवं भोले बाबा परस्पर पूजा करते थे। दोनों ही एक दूसरे के आराध्य हैं। सामान्य परम्परा के विरुद्ध यहाँ भगवान शिव की जलहरी, पूर्व दिशा में है। माना जाता है कि आते हुए अपने आराध्य श्रीराम के दर्शनार्थ भगवान शिव ने अपनी स्थिति बदल ली थी। अर्थात् वे मुड़कर श्रीराम को देखने लगे थे। […]

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2-153 शनैश्वर मंदिर राक्षसभुवन बीड़ महाराष्ट्र

शनैश्वर मंदिर के बारे में लोक मान्यताहै कि यहाँ श्रीराम पर शनि की साढे़साती लगी थी। उन्होंने शनि देव की यहाँ विशेष पूजा अर्चना की थी। आज भी शनि को शांत करने के लिए दूर-दूर से लोग गोदावरी के किनारे शनि पूजा के लिए आते हैं। टिप्पणी प्रयास किया गया है कि सभी स्थलांे का […]

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2-178 रामकुण्ड भूम उस्मानाबाद महाराष्ट्र

भूम से 13 कि.मी. दूर रामकुण्ड नामक गाँव है। माना जाता है कि यहाँ श्रीराम ने स्नान किया था। संभवतः यहाँ श्रीराम दो बार आये हैं। वा.रा. 3/69/1 से 9 मानस 3/32/2

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2-179 कुंथल गिरि, भूम उस्मानाबाद महाराष्ट्र

दण्डकारण्य में घूमते हुए श्रीराम ने यहाँ जैन मुनि देशभूषण तथा मुनि कुलभूषण की एक राक्षस से रक्षा की थी तभी उन्होंने यहाँ एक जिनालय की स्थापना की थी। वा.रा. 3/69/1 से 9 मानस 3/32/2 कंुथलगिरि से येडेश्वरीः- रामकुण्ड -वार्सी-एरमला। राष्ट्रीय राजमार्ग 211 से 35 कि.मी. वा.रा. 3/69/1 से 9 मानस 3/32/2

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