2-77 राम लक्ष्मण पायन मरहट्टा
‘पायन’ का अर्थ चरण है। वनवास काल में श्रीराम लक्ष्मण एवं सीता जी इसी मार्ग से गये थे। यहाँ से आगे उन्होंने महानदी पार की थी। यहाँ उनके चरण चिह्न बने हैं, जो आज भी देखे जा सकते हंै।
मरहट्टा से सरासोरः- गोण्डा-सत्तीपारा-भैयासमुन्द-सरासोर एस.एच. 12/एस.एच 3 से 10 कि.मी.
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