Friday, March 29, 2024

2-162 रामकुण्ड त्र्यंबकेश्वर महाराष्ट्र


गोदावरी के उद्गम स्थल गोमुख से कुछ आगे चलकर माँ गोदावरी पुनः लुप्त हो गयी थी। लोकमान्यता के अनुसार यहाँ श्रीराम ने बाण द्वारा पुनः माँ गोदावरी को प्रकट किया था। जिस स्थान पर बाण चलाया गया वहाँ अब ये जल एक कुण्ड के रूप विराजमान है ।

वा.रा. 3/16/2, 3 मानस 3/13/1 से 3/16/1 तक

टिप्पणीः- रामकुण्ड से सिद्धेश्वर प्रवरा संगम:- रामकुण्ड-त्र्यम्बक -नासिक-निफाड़-वैजापुर-गंगापुर-सिद्धेश्वर। महाराष्ट्र राज्य राजमार्ग 30 से 192 कि.मी.

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