1-8 सिदागर घाट
सिदागर घाट का नाम भारत वर्ष में सिद्धों की परंपरा से जुड़ा हुआ है । सिदागर शब्द सिद्धगण का अपभ्रंश माना जाता है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार सरयू नदी के किनारे ऋषि मण्डल रहते थे। संभवतः यह वही स्थान है, यहाँ प्राचीन रामघाट है। लोक मान्यता के अनुसार विश्वामित्र मुनि इसी मार्ग से गये थे।
ग्रंथ उल्लेख
वा.रा. 1/22/11 से 24 तक। मानस 1/205 दोहे से 1/208/2 तक।
आगे का मार्ग
सिदागर घाट से लखनेश्वर डीहः- सिदागर घाट – किशुनपुर – परसुपुर – जलालपुर – लखनेश्वर डीह, 13 कि.मी., पैदल 8 कि.मी.
Leave a Reply