Thursday, December 12, 2024

1-40 दोहरी घाट मऊ उत्तर प्रदेश


दो हरी, का अपभ्रंश है दोहरी। श्रीराम तथा परशुराम जी दोनों ही विष्णु के अवतार हुए हैं। दोनों की यहाँ सरयूजी के किनारे भेंट हुई थी इसीलिए स्थल का नाम दोहरी घाट है।

वाल्मीकि जी के अनुसार परशुराम जी से भेंट के बाद, बारात अयोध्या पहुंची थी।

वा.रा. 1/74/18 से 1/76 पूरे अध्याय।

दोहरी घाट से रामजानकी मार्गः- दोहरी घाट-बड़हल गंज-धनौली-गोला -भुइधरा श्रीराम जानकी यात्रा मार्ग आजमगढ़ से बिलरिया गंज रोड़-61 कि.मी.।

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